KGMU के ओटी और वॉर्डों में अब रोबोट करेगा कीटाणुओं का खात्मा, IIT कानपुर ने किया है तैयार

Lucknow: केजीएमयू (किंग्स जॉर्जेस मेडिकल यूनिवर्सिटी) में अब वॉर्डों और ऑपरेशन थियेटर को संक्रमण से मुक्त करने की ज़िम्मेदारी एक रोबोट उठाएगा। आज तक यह काम मैनुअली नर्सेज या सफाई कर्मचारियों द्वारा होता रहा है। खबरों के अनुसार अब इस काम के लिए ग्रीन गैस कंपनी के सीएसआर फंड की ओर से केजीएमयू को दो रोबोट मुफ्त में दिए गए हैं। इन्हें आईआईटी कानपुर की टीम ने तैयार किया है। आपको बता दें कि किडनी, लिवर और बोनमैरो समेत अन्य ट्रांसप्लांट के मरीजों को इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है। इसके कारण ऑपरेशन थियेटर और संक्रामक रोगों के मरीजों के वॉर्डों को समय-समय पर अच्छे से कीटाणु मुक्त करने की जरूरत पड़ती है। संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए यह नई तकनीक निश्चित तौर पर मरीजों और डॉक्टरों दोनों को सहूलियत देगी । डॉक्टर मरीजों का सही इलाज कर पाएंगे। साथ ही उन्हें संक्रमण जैसी स्थिति की चिंता नहीं होगी।

सीएसआर फंड ने किये दो रोबोट दान

बताया जाता है कि वॉर्डों और ओटी को संक्रमणमुक्त करने के लिए फ्यूमिगेशन किया जाता है। इसके तहत कमरे में संक्रमण से मुक्त करने वाली एक गैस भरी जाती है। यह कमरे को डिसइंफेक्ट कर देती है। मैनुअल काम में समय ज्यादा लगता है, लेकिन अब रोबोट की मदद से यह काम काफी आसान होगा। इस काम में अब समय भी कम ही लगेगा। साथ में इससे मरीजों को क्वालिटी स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने में मदद मिलेगी।  केजीएमयू के प्रवक्ता, डॉ. सुधीर सिंह जी कहते है – “सीएसआर फंड के तहत दो रोबोट दान किए गए हैं। इनका उपयोग संक्रमण फैलने से रोकने के लिए किया जाएगा।”

ऐसे करता है ये रोबोट काम

प्राप्त सूचनाओं के मुताबिक ग्रीन गैस की ओर से प्रस्तुत किए गए दोनों रोबोट अल्ट्रावायलट तकनीक पर काम करते हैं। इनमें अल्ट्रावायलट रेज की रॉड लगी है। जिस वॉर्ड या ओटी को डिसइंफेक्ट करना है, उसमें रोबोट को रखकर कमरा बंद कर दिया जाता है। फिर रोबोट कमरे को स्कैन करता है और हर हिस्से में पहुंचकर अल्ट्रावायलेट रेज से पूरा कमरा डिसइंफेक्ट कर देता है।

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