नींद की समस्या से ग्रस्ति हैं भारत के 30-40% लोग,देर रात तक फ़ोन का उपयोग भी है एक कारण
नई दिल्ली: बदलते जीवन के तौर तरीक़े और अधिक तनाव के कारण नींद न आने की समस्या बढ़ती जा रही है। इस समस्या से हर उम्र के लोग ग्रसित हैं। ऐसे में डॉक्टर, लोगों को अपनी जीवनशैली में बदलाव लाने का सुझाव देते है । दिल्ली नगर निगम के सीएमओ आयुर्वेद डॉ़ आरपी पाराशर का मानना है कि विटामिन बी-6 और विटामिन डी की कमी भी नींद न आने के कारणों में शामिल है। लेकिन नींद न आने का मुख्य कारण तनाव ही बताया जा रहा है।
देर रात तक मोबाइल के उपयोग है हानिकारक
डॉ़ पाराशर के अनुसार अनिद्रा की शिकायत तेजी से लोगो में बढ़ रही है, विशेषकर युवा वर्ग में। दुनिया भर में 30 से 40% लोगों को कभी न कभी नींद न आने की समस्या का सामना करना पड़ता है, जबकि 10 से 15% लोग रोजाना नींद न आने की समस्या से परेशान हैं। आज के समय में लोग स्ट्रेस रिलीज़ के लिए रात-रात भर मोबाइल का उपयोग भी करने लगे है। जिस कारणवश लोग रात भर नहीं सोते और अगली सुबह वे चिड़चिड़े रहते है। उनकी सोचने की शक्ति तो कम होती ही है साथ ही साथ पाचनक्रिया की समस्या और ऐसी अनेक बीमारियों से भी ग्रस्त हो रहे हैं। करियर, नौकरी, काम-धंधा और निजी संबंधों में उतार-चढ़ाव, एंग्जाइटी और स्ट्रेस आदि भी नींद के समय और क्वॉलिटी को प्रभावित करते हैं।
अच्छी नींद कैसे आए ?
आज हम आपको अच्छी नींद और स्वस्थ रहने के लिए कुछ उपाए बताएँगे।
- जैसे रात को हल्का खाना खाएं।
- चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक, तंबाकू का इस्तेमाल न करें।
- अपनी डाइट में गर्म दूध, डार्क चॉकलेट, बादाम, केला और चेरी को भी शामिल करें।
- सोने से पहले हमेशा मेडिटेशन, शवासन, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज आदि करें।
- दूध और केले में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड होता है, जो तनाव को दूर करके नींद की क्वॉलिटी को बढ़ाता है।
- बादाम में मौजूद मैग्नीशियम मांसपेशियों के तनाव और खिंचाव को कम करके अच्छी नींद लाने में मदद करता है।
- साथ ही चेरी में मौजूद मेलाटोनिन हार्मोन से भी अच्छी नींद आती है।
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