परिचय
जिनके हृदय में भारत बसता है, जो भारतीयता के रंग से सराबोर होना चाहते हैं, जिन्हें अपनी कला-संस्कृति, वैदिक सभ्यता से लेकर आधुनिक भारत पर गर्व है, और जो हिन्दी के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं, उनके लिए द हिन्दी काउंसिल है। हमारी मातृभाषा को वैश्विक स्तर पर सशक्त पहचान मिले, इसके लिए हमने द हिन्दी काउंसिल का गठन किया है।
हम, हिन्दी के साथ ही भारतीय भाषाओं की साहित्यिक विरासत को और अधिक समृद्ध करने के उद्देश्य से एकत्र हुए हैं। हमने राष्ट्रीय अखंडता, बहुलतावादी संस्कृति और साहित्य की सृजनशीलता को प्रोत्साहित करना अपना मुख्य लक्ष्य बना लिया है। द हिन्दी काउंसिल एक अभियान चला रही है, हिंदी और मातृभाषा के लिए।
कौन हो सकते हैं शामिल ?
द हिन्दी काउंसिल तमाम उन लोगों से अपने साथ जुड़ने का आग्रह करता है, जो भारतीयता के रंग में रंगना चाहते हैं। जो हिन्दी की समृद्ध पंरपरा को आगे बढ़ाना चाहते हैं। जो भारतीय मूल्यों को समाज में फिर से प्रचारित-प्रसारित करना चाहते हैं।
द हिन्दी काउंसिल के अंतर्गत हम उन प्रबुद्ध लोगों को शामिल करना चाहते हैं, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में पहचान बनाया है और भारत का नाम पूरी दुनिया में बरकरार रखा है। समाज के लिए आदर्श बने हैं। सामाजिक सरोकारों में सदा संलग्न रहे हैं। जो हमारी हर गतिविधि में हमारा साथ देने को प्रतिबद्ध हैं।
संरक्षक
द हिन्दी काउंसिल के संरक्षक अपने-अपने क्षेत्र में सम्मानित व्यक्ति होंगे, जिन्होंने समाज और देश के विकास में अपना योगदान दिया है और समाज के सामने आदर्श प्रस्तुत किया है।
सदस्य
द हिन्दी काउंसिल के सदस्य हर वह व्यक्ति बन सकता है, जिसे हिंदी और अपनी मातृभाषा से प्रेम है। जो अपनी मातृभाषा के साथ साथ हिंदी  के प्रचार-प्रसार के लिए स्वयं को उचित मानते हैं। देश के हर जिला और हर राज्य में द हिन्दी काउंसिल के सदस्य होंगे। शैक्षणिक, अध्यापन, संचार,  कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन जैसे क्षेत्रों से जुड़े लोगों से आग्रह होगा कि वे हमारे इस अभियान में साथ आएं।
परामर्शदाता
किसी भी कार्य के बेहतर और सुगम क्रियान्वयन के लिए परामर्श परम आवश्यक है। इसके लिए द हिन्दी काउंसिल भी अपने साथ परामर्शदाताओं को रखेगी। द हिन्दी काउंसिल पत्रकारिता जगत से जुड़े लोगों को परामर्शदाता के रूप में प्राथमिकता देगी। इसके साथ ही वकील डॉक्टर्स और इंजीनियर भी हमारे इस अभियान में साथ आएंगे, तो हमें काफी प्रसन्नता होगी।