मेडिटेशन पर क्यों है युवाओं का जोर ?
क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे मुश्किल काम है मेडिटेशन यानी ध्यान लगाना. यह एक ऐसा काम है जो हर किसी के बस की बात नहीं है. युवाओं का मन तो चंचल माना गया है. लेकिन हाल के दिनों में युवाओं का झुकाव मेडिटेशन की ओर हुआ है ? आखिर क्यों ?
अधिकतर लोग कहते हैं कि जिस प्रकार से युवाओें की रोजमर्रा की जिंदगी भागम-भाग वाली हो गई है, उसमें वे अपने स्वास्थ्य और भविष्य के लिए चिंतित होने लगे हैं. यही कारण है कि वे अब इस ओर मुड़ रहे हैं। वैसे, आपको पता है कि हममें से ज्यादातर लोग पांच मिनट तक भी ध्यान नहीं लगा सकते. जबकि पुराने जमाने में बड़े-बडे़ ऋषि मुनि खुद को परमात्मा से जोड़ने के लिए ध्यान का ही सहारा लेते थे.
असल में, हमारा दिमाग हमेशा कुछ ना कुछ सोचता रहता है, जिसका असर शरीर पर देखा जा सकता है. दिमाग को शांत करने के लिए मेडिटेशन फायदेमंद होता है. इससे आप बेहतर तरीके से फोकस कर पाते हैं. जिससे आपका तनाव और चिंता कम होती है साथ ही हृदय के स्वास्थ्य में सुधार आता है. मेडिटेशन आपके दिमाग को शांत करने में मदद करता है, जिसकी मदद से आप शारीरिक समस्याओं से दूर रहते हैं. मेडिटेशन आपको स्वास्थ बनाने में भी मदद करता है.
विशेषज्ञ कहते हैं कि मेडिटेशन की मदद से दिमाग की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है. इससे आपके सोचने-समझने की क्षमता बढ़ती है. मेडिटेशन करने से ग्रे मैटर वॉल्यूम बढ़ता है, उससे ब्रेन सेल्स बढ़ जाते हैं. ब्रेन सेल्स अधिक होने से दिमाग की क्षमता बढ़ जाती है. मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होने से आपके डिप्रेशन, तनाव से ग्रसित होने की संभावना कम हो जाती है. साथ ही यह दिमाग पर सकारात्मक प्रभाव डालता है. जिससे मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है. मेडिटेशन करने से शरीर में एंटीबॉडिज का उत्पादन ज्यादा होता है जो फ्लू-वायरस से लड़ने में आपकी मदद करते हैं. मेडिटेशन आपको इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है.
Meditation par kyu hai yuwao ka zor