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भारत के अलावा कहां होती है दिवाली ?

भारत के अलावा कहां होती है दिवाली ?
  • PublishedOctober , 2022

टीम हिन्दी

यदि यह कहा जाए कि दिवाली किसी धर्म विशेष का त्योहार नहीं, बल्कि खुशियों का त्योहार है, तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी. यही कारण है कि अब दिवाली केवल भारत में नहीं, बल्कि कई दूसरे देशों में भी मनाया जाता है. यह पर्व है तन, मन और धन की समृद्धि हासिल करने का, एक-दूसरे के साथ खुशियां बांटने का. यही वजह है कि विदेश में लोग पटाखों के धूम-धड़ाके और शोरगुल के बगैर भी ‘हैप्पी दिवाली’ मना लेते हैं. आइए, जानें दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में कैसे मनाई जाती है दिवाली-

ब्रिटेन 
लक्ष्मी मंदिर में धूप-दीपक जलाने और फूल-मिठाई चढ़ाने से होती है दिवाली की शुरुआत. शाम को लोग घरों के अंदर-बाहर दीपक जलाते हैं, मंदिरों को दीयों और लाइटों से सजाते हैं. एक-दूसरे को मेवे-मिठाई बांटते हैं, सामुदायिक रूप से बिना धुएं-शोरशराबे वाले पटाखे जलाते हैं.

इंडोनेशिया
इंडोनेशिया में दिवाली मनाने का अंदाज यहां बेहद खास है. इंडोनेशियन आइलैंड बाली पर भारतीय प्रवासी रहते हैं. यहां दिवाली काफी धूमधाम से मनाई जाती है. भारत की तरह ही यहां भी कई दिन पहले से बाजारों की रौनक बढ़ जाती है. पटाखे, मिठाईयों की बिक्री होती है. दोस्तों एवं परिवार में मिठाई और ग्रीटिंग्स के साथ शुभकामनाएं दी जाती हैं. इसके साथ-साथ इस त्योहार से जुड़ी रिवाजों को भी उसी अंदाज में निभाया जाता है जैसे कि भारत में.

नेपाल
नेपाल में दीपावली को तिहार कहा जाता है. भारत की तरह यहां भी इस मौके पर गणेश-लक्ष्मी जी की पूजा होती है. नेपाल में यह त्योहार पांच दिनों तक मनाया जाता है और हर दिन का अपना विशेष महत्व होता है. पहला दिन गाय के लिए समर्पित होता है. उनकी पूजा की जाती है और खाना खिलाया जाता है. दूसरे दिन यहां कुत्तों को समर्पित होता है. उनके लिए खासतौर से स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर खिलाए जाते हैं. तीसरे दिन दीए, लैंप जलाए जाते हैं. इस दिन घर में रोशनी करने का विशेष महत्व होता है. चौथे दिन मृत्यु के भगवान यमराज की पूजा होती है और पांचवे बहन-भाई का त्योहार भाई दूज मनाकर इसे संपन्न किया जाता है.

ऑस्ट्रेलिया 
मेलबर्न के फेडरेशन स्क्वायर पर दिवाली की रात की आतिशबाजी का नजारा देखते ही बनता है. आकाश में रंग-बिरंगी रोशनी बिखेरने वाले पटाखे छोड़े जाते हैं, जो वायु-ध्वनि प्रदूषण नहीं फैलाते. भारतीय समुदाय के लोग एकजुट होकर नाच-गाने का लुत्फ उठाते हैं, एक-दूसरे को तोहफे देते हैं.

गुयाना 
रंगोली बनाने और रंग-बिरंगी लाइटों से घर सजाने का चलन, रात में अंदर-बाहर दीये जलाये जाते हैं. लोग नए कपड़े पहनकर लक्ष्मी पूजन करते हैं, गणेश भगवान को खुश करने के लिए लड्डू का भोग लगाते हैं. समाज सेवा और मिल-बांटकर रहने का भाव बढ़ाने के लिए एक-दूसरे को मिठाई-तोहफे देने का रिवाज.

कनाडा 
हवा का रुख भांपकर शहर के बाहर सामुदायिक रूप से कम प्रदूषण फैलाने वाले पटाखे जलाए जाते हैं. आतिशबाजी का खर्च भी सब मिलकर उठाते हैं, सामुदायिक नृत्य-गायन एवं रात्रिभोज कार्यक्रम होते हैं.

पाकिस्तान 
दिवाली पर सिर्फ हिंदू ही नहीं, अन्य समुदाय के लोग भी सोने-चांदी, प्रॉपर्टी और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की खरीदारी को शुभ मानते हैं. शेयर बाजार में भी करते हैं निवेश, घरों-मंदिरों को दीयों से रोशन करने और पटाखे जलाने की परंपरा, एक-दूसरे को मिठाई भी बांटते हैं.

फिजी
दिवाली के मौके पर भारत की तरह ही फिजी में भी लोगों का उत्साह देखने लायक होता है. इस त्योहार पर लोग नए कपड़े पहनते हैं. एक-दूसरे को उपहार और मिठाइयां देते हैं. भारत की तरह यहां भी लोग घर की साफ-सफाई और सजावट पर खास ध्यान देते हैं. लाइटिंग का भी विशेष महत्व होता है. यहां स्कूल और यूनिवर्सिटीज में भी दीपावली पर तमाम कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.

श्रीलंका
श्रीलंका में दीपावली उन त्योहारों में से एक है, जो काफी बड़े स्तर पर और धूमधाम से मनाए जाते हैं. यहां भी इस त्योहार का जश्न लगातार पांच दिनों तक चलता है. धार्मिक रस्मों को निभाने के साथ-साथ यहां रोशनी का भी विशेष महत्व होता है.

थाईलैंड
थाईलैंड में दीपावली को लोई क्रेथोंक कहा जाता है. थाई कैलेंडर के हिसाब से इसे 12वें महीने के पूर्णचंद्र के दिन मनाया जाता है. इस दिन देशभर में यहां आतिशबाजी होती है. गुब्बारे आसमान में छोड़े जाते हैं. केले के पत्ते से बनी खास तरह की लैंप जलाई जाती हैं. इस त्योहार पर यहां का खास आकर्षण होता है बोट परेड. इसके अलावा मनोरंजन के लिए जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होता है.

सिंगापुर
दीपावली पर सिंगापुर में पब्लिक हॉली डे होता है. रंग-बिरंगे फूलों और लाइटिंग से गलियों और घरों को सजाया जात है. घरों में पूजा होने के साथ-साथ सामूहिक प्रार्थनाएं होती हैं. लोग एक-दूसरे से मिलते हैं. जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं. लोगों के लिए जगह-जगह मनोरंजन का इंतजाम होता है. सेंटोसा द्वीप, क्लार्क क्वे, गार्डन और सिंगापुर जू पर लोग इकट्ठे होते हैं.

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टीम द हिन्दी

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