राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ कर रहा है आयुष64 की भूमिका पर वेबिनार का आयोजन
आयुष मंत्रालय के अधीनस्थ काम करने वाला स्वायत्त संगठन राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ (आरएवी)“कोविड-19 का मुकाबला करने में तथ्यों की तलाश- आयुष 64” विषय पर एक श्रृंखला शुरू कर रहा है। श्रृंखला का पहला वेबिनार आज दोपहर दो बजे लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। इसे आयुष मंत्रालय के फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है।
यह ध्यान देने योग्य है कि आयुष मंत्रालय ने हाल ही में घोषणा की थी कि आयुष 64 को विषम, हल्के और मध्यम कोविड-19 संक्रमण के प्रबंधन में उपयोगी पाया गया है। घर पर की जाने वाली देखभाल के लिए आयुष 64 की प्रभावकारिता देश में इस समय मौजूदकोविड-19 कीस्थिति में और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
व्यापक वैज्ञानिक अध्ययन के बाद यह पाया गया है कि पॉली हर्बल सूत्रीकरण आयुष 64, मानक देखभाल के सहायक के रूप में, लक्षणहीन, हल्के और मध्यम कोविड -19 संक्रमण के उपचार में उपयोगी है औरअकेले मानक देखभाल की तुलना में इससे स्वास्थ्य में काफी सुधार तथाअस्पताल में भर्ती होने की अवधि में कमी देखी गयी है।
इसलिए इस संदर्भ में राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ (आरएवी) ने वेबिनार की यह श्रृंखला शुरू की है। इस वेबिनार का उद्देश्य कोविड-19 प्रबंधन में इस अनूठी सूत्रीकरण की भूमिका के बारे में जनता के बीच प्रामाणिक जानकारी का प्रसार करना है।
क्षेत्र के विशेषज्ञ श्रृंखला के दौरान आयुष 64 के अनुभव, चिकित्सीय लाभ और अन्य संबंधित पहलुओं को साझा करेंगे और आज केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, नई दिल्लीकी निदेशक (संस्थान) डॉ. भारती पहली विशेषज्ञ वार्ता करेंगी।
वेबिनार को आयुष मंत्रालय के फेसबुकपेज – https://www.facebook.com/moayush
और यूट्यूब चैनलपर लाइव देखा जा सकता है।
Source: www.pib.gov.in
Ayush64 ki bhumika par webinar ka ayojan