“मेरी माटी मेरा देश” अभियान पहुंचा अपने अंतिम पड़ाव पर
Meri Mati Mera Desh: “मेरी माटी मेरा देश” (एमएमएमडी) अभियान पूरे देशभर से जुटाए गए अमृत कलश यात्राओं के साथ अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है। इस अभियान का लक्ष्य अखिल भारतीय स्तर पर सम्पर्क के माध्यम से हर घर तक पहुंचना है। इस पहल में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय(Ministry of Electronics and Information Technology) तथा कोयला मंत्रालय(Ministry of Coal) समेत अन्य मंत्रालय, राज्य सरकारें(State Govt.), नेहरू युवा केंद्र(Nehru Yuva Kendra), क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्र, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और भारतीय डाक सेवा(Indian Postal Service) ने अग्रणी भूमिका निभाई है। इस पहल में हर घर से मिट्टी को एकत्र किया जा रहा है ताकि हम देश के वीर जवानों के समर्पण और राष्ट्र निर्माण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के समझ सकें।
“संस्कृति मंत्रालय”(Ministry Of Culture) के “क्षेत्रीय संस्कृति केन्द्र” भी देश-भर के ग्रामीण क्षेत्रों में इस अभियान को लेकर जागरूकता पैदा कर रहे हैं और बेहतर संपर्क कायम कर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। 4419 से ज्यादा ब्लॉकों(Blocks) ने पहले ही “मेरी माटी मेरा देश” कार्यक्रम के आयोजन में भाग ले चुके है और जनता ने भी अपनी शानदार भागीदारी से इस कार्यक्रम को सफल बनाने में भरपूर कोशिश की है।
आपको बताते चलें कि “मेरी माटी मेरा देश”(Meri Mati Mera Desh) एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है। इस अभियान का उद्देश्य हमारे देश के वीरों को सम्मानित करना है। इस अभियान की शुरूआत 9 अगस्त 2023 को हुई थी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अपने देश के प्रति अदम्य साहस का परिचय देते हुए अपने राष्ट्र की सेवा में प्राणों का बलिदान देने वाले वीरों के लिए एक नमन है। हालांकि इस पहल को आजादी के अमृत महोत्सव(Azadi Ke Amrit Mahotsav) के समापन के प्रतीक के तौर पर लिया जा रहा है।
“मेरी माटी मेरा देश” अभियान के तहत पूरे भारत में दो लाख से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा चुका है। इस अभियान में बड़े पैमाने पर जन-भागीदारी देखी गई है। इस कार्यक्रम के प्रारंभिक चरण में ही व्यापक पहुंच और महत्वपूर्ण जन-भागीदारी ने उल्लेखनीय सफलता दिला दी है। इस अभियान में देश के 36 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में 2 लाख 33 हजार से अधिक शिला-फलकम स्मारकों सहित 4 करोड़ सेल्फी संबंधित वेबसाइट पर अपलोड की जा चुकी है।
देश भर वीरों का सम्मान करते हुए 2 लाख से ज्यादा अभिनंदन कार्यक्रमों का आयोजन किया जा चुका है। इसी कार्यक्रम का हिस्सा रहे वसुधा वंदन थीम के अंतर्गत, 23 करोड़ से ज्यादा स्वदेशी पौधों(Indigenous Plant) के लगाया जा चुका है और इसके साथ ही 2 लाख 63 हजार अमृत वाटिकाएं(Amrit Vattika) भी बनाई गई हैं।
“मेरी माटी मेरा देश” के इस अमृत कलश यात्रा 30 और 31 अक्तूबर (October) को कर्तव्य पथ पर आयोजित एक भव्य समारोह में पहुंचेगी। इस राष्ट्रव्यापी पहल से प्राप्त स्मारकीय कलश को अमृत वाटिका और अमृत महोत्सव स्मारक में स्थापित किया जाएगा, जिसमें देश के कोने-कोने से लाई गई मिट्टी (Soil) को मिश्रित किया जाएगा। इस आयोजन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ लाईट शो(Light Show) आदि को भी दिखाया जाएगा।