करोना और लॉकडाउन के कठिन वक़्त में एक छोटा-सा सकारात्मक संदेश – द हिन्दी
‘द हिंदी‘ परिवार की ओर से
इस करोना और लॉकडाउन के कठिन वक़्त में एक छोटा-सा सकारात्मक संदेश
“बे वजह घर से निकलने की ज़रूरत क्या है
मौत से आँखे मिलाने की ज़रूरत क्या है
सब को मालूम है बाहर की हवा है क़ातिल
यूँ ही क़ातिल से उलझने की ज़रूरत क्या है”
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आज हम सभी एक कठिन दौर से गुज़र रहे है और ऐसे वक्त में ज़रूरी है कि हम जहाँ है वहीं रहे, और वहीं के मज़े लेते हुए अपना वक़्त अपने शौक पूरे करने में लगाए।
जैसे कि कुछ लिखें, कुछ पढ़ें, कुछ नया सिखे, या जो भी काम हमें पसंद है हम अपना मन उस काम को करने में लगाए, बस खाली न बैठें।
और अगर खाली बैठे भी है तो अपने करीबी या अपने दोस्त के फोन पे हालचाल लें, उन्हें अपना हाल बताए, और जितना हो सके एक-दूसरे को बेहतर महसूस कराए।
साथ ही टीवी और फोन पर आ रही गलत व नेगेटिव खबरें देखने व इन खबरों को शेयर करने से भी बचें, खुद पॉज़िटिव सोचे व अपने आसपास के लोगों को भी अच्छा महसूस कराए।
और आखरी लेकिन सबसे खास बात- घर पे रहें और वैक्सीन ज़रूर लगवाए। क्योंकि आज के वक़्त में यही सबसे ज़रूरी काम है।
Corona aur lockdown ke kathin vakt me ek chota sa sandesh