गुरुवार, 26 दिसंबर 2024
Close
Home-Banner संपूर्ण भारत संस्कृति सभ्यता

यूएई में बने हिन्दू मंदिर में मार्च से प्रवेश शुरू, सभी धर्मों के लिए खुले द्वार

यूएई में बने हिन्दू मंदिर में मार्च से प्रवेश शुरू, सभी धर्मों के लिए खुले द्वार
  • PublishedFebruary , 2024

Abu Dhabi: यूएई की राजधानी अबू धाबी में पत्थर से बनने पहले हिन्दू मंदिर का फरवरी के शुरुआत में श्री नरेंद्र मोदी जी ने उद्घाटन किया था | अब इस मंदिर के द्वार को  पूरी जनता के लिए खोलने का फैसला लिया गया है। बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) की ओर से इसे बनाया गया है। यह मंदिर 27 एकड़ में फैला हुआ है। 700 करोड़ रुपये की लागत से बना मंदिर 1 मार्च से जनता के लिए खोला जाएगा। यह भव्य मंदिर सप्ताह में छह दिन, सोमवार को छोड़कर, सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक जनता के लिए खुला रहेगा।

प्राप्त सूचना के अनुसार पीएम मोदी ने 14 फरवरी को भव्य मंदिर का उद्घाटन किया था, जिसमें 5000 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा भी लिया था। साथ ही, वीआईपी मेहमानों के साथ अग्रिम पंजीकरण कराने वाले विदेशी भक्तों को 15 फरवरी से 29 फरवरी तक मंदिर में जाने की इजाजत दी गई थी | मंदिर को बनाने में 18 लाख के आसपास ईंटें लगी हैं और 1.8 लाख घन मीटर बलुआ पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। यह माना जा रहा है कि यह भव्य मंदिर वर्तमान में पूरी खाड़ी क्षेत्र में सबसे बड़ा है जिसे नागर शैली की वस्तुकला में बनाया गया है।

सात शिखर वाला मंदिर

बताया जा रहा है कि यह मंदिर हजारों गुलाबी बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर पर हाथ से नक्काशी के जरिए बनाया गया है। साथ ही, इसकी बहतरीन डिज़ाइन में दुनिया के विभिन्न संस्कृतियों और इतिहास को दर्शाया गया हैं। यह भी सुनने में आया है कि मंदिर में 7 शिखर है, जो यूएई  के 7 अमीरात को दिखाते हैं। मंदिर का निर्माण खाड़ी देश में होने के कारण पत्थरों पर ऊंटों और यूएई के राष्ट्रीय पक्षी बाज को भी बनाया गया है। BAPS के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के प्रमुख स्वामी ब्रह्मविहारीदास बताते है कि इन सात शिखरों में भगवान राम,   भगवान शिव,  भगवान जगन्नाथ,  भगवान कृष्ण,  भगवान स्वामीनारायण, तिरुपति बालाजी और भगवान अयप्पा समेत अन्य देवी देवताओं की मूर्तियां हैं।

हर धर्म के लिए खुले द्वार

मंदिर की बाहरी दीवारों का निर्माण भारत से लाए गए बलुआ पत्थर से हुआ है। साथ ही, इसमें शांति और सद्भाव के दो गुंबद भी बनाए गए हैं। बतया जा रहा है कि मंदिर के दोनों तरफ़ गंगा और यमुना का पवित्र जल बहता है, जिसे भारत से बड़े कंटेनरों में लाया गया था। यह एक मुस्लिम देश में बना हिन्दू मंदिर है। अब प्रश्न यह उठता है कि क्या इस मंदिर मई मुस्लमान प्रवेश कर सकते है? तो आइए हम आपको बता दें की यह मंदिर सभी धर्मो के लोगो के लिए खुला है। मंदिर में प्रवेश के लिए किसी तरह की टिकट की आवश्यकता नहीं है, बस आपको ऐप के जरिए रजिस्ट्रेशन करना पड़ेगा |

और पढ़ें-

जी टी रोड का क्या संबंध है महाभारत काल से

जानें क्या है, भारतीय रंगमंच के विकास की कहानी

कौन थी भारत की मोनालिसा….बणी-ठणी

 

Written By
टीम द हिन्दी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *