जी 20 सम्मेलन के कारण दिल्ली के लोगों को आसानी से नहीं मिलेंगे ताजे सेब..
नई दिल्ली। दिल्ली में 8,9 और 10 सितम्बर को जी 20 सम्मेलन के बाबत सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं। दिल्ली में चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बल के जवान देखे जा सकते हैं।दिल्ली की बड़ी मंडियों में मालों की सप्लाई पर असर पड़ा है। हिमाचल से आ रही सेब की गाड़ियों सुरक्षा के दृष्टिकोण से रोक दी गई है। दिल्ली की बड़ी मंडियों में पहुंचने वाली गाड़ियां तीन दिन पहले ही सेब लेकर हिमाचल से चल देती हैं। ऐसे में दिल्ली में ताजे सेबों की उपलब्धता में कमी आएगी। हालांकि दिल्ली के बाजारों में शिमला के बाजार से सेब की सप्लाई जारी रहेगी। ताकि दिल्ली की जनता को इससे खासा असर ना पड़े।
हालांकि हिमाचल से चलने वाली सेब की गाड़ियां देश के अन्य हिस्सों में आसानी से आ जा सकती है। बिहार,उत्तर प्रदेश और देश के अन्य राज्यों में सेब की गाड़ियों की आवाजाही सुचारू रूप से चलती रहेंगी। ताकि इनके उपभोक्ता तक इसकी कमी न हो। हिमाचल प्रदेश में सेब का सीजन इस समय जोरों पर है। हिमाचल के कुल्लू के करीब 40 प्रतिशत सेब दिल्ली की आजादपुर मंडी में बेचे जाते हैं। ऐसे में बाजार में सेबों के दामों में काफी उतार चढ़ाव देखे जा सकते हैं।
दिल्ली के बाजारों में सेब के नहीं पहुंचने पर हिमाचल के बागवानों ने सेब की तुड़ान को रोक दिया है।स्थानीय फल उत्पादक मंडल ने जी 20 सम्मेलन को देखते हुए बागवानों को सेब के तुड़ान ना करने को कहा है। दिल्ली में फलों के दामों में इस उतार चढाव का असर लोगों के आम जीवन पर भी देखने को मिल सकता है। इन दिनों मंडी में सेब की आपूर्ति कम हो गई है।
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