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इमरती का स्वाद नहीं चखा तो क्या चखा !

इमरती का स्वाद नहीं चखा तो क्या चखा !
  • PublishedMay , 2019

जब भी हम कोई खुशखबरी सुनते हैं तो मिठाई खा कर मुंह मीठा करते हैं. हर खुशी में जो साथ निभाता है वो है मिठाई. आप भारत में कहीं भी चले जाइए आपको मिठाईयों का भंडार मिलेगा. हर गली, नुक्कर पर मिठाई की दुकान न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता. हलवाइयों के यहाँ बने विभिन्न प्रकार के मिठाई जी ललचा देते हैं और मिठाई की दुकान पर भीड़ ऐसी होती है मानो सेल चल रहा हो.

भारत में स्वतंत्रता दिवस या गणतंत्र दिवस पर जलेबी खाने का प्रचलन है, पर जब दिवाली आती है तो इमरती अपनी जगह बना ही लेती है. भारत में कई तरह की मिठाई मिलती है, लेकिन मिठाइयों के भीड़ में इमरती की एक खास जगह है.

जहांगीर के समय पहली बार दिखा इमरती

जलेबी की तरह उड़द के आटे से इमरती सबसे पहले जहांगीर के शासनकाल में बनाया गया. कहा जाता है के इस मिठाई का आगाज़ जहांगीर ने मुग़ल रसोइयों से खास तौर पर निर्देश दे कर करवाया था. इसलिए इस मिठाई की खोज का श्रेय जहांगीर को जाता है. इमरती अमृत शब्द से बना है. अमृत का मतलब है मीठा पानी, क्योंकि उसमें शीरा भरा होता है इसलिए इसे इमरती कहा गया. इसको झंगिरी भी कहा जाता है.

आप जब बंगाल, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, और दक्षिण के भारत के शादियों में जायेंगे तो इमरती को वहां के खाने में पाएंगे. ये उत्तर प्रदेश के जौनपुर में सबसे लोकप्रिय मिठाई है. दिवाली के समय इमरती का बनना शुभ माना जाता है.

इस तरह खास है इमरती

  1. बहुत सारी मिठाइयों को फर्मेंटेशन के बाद बनाया जाता है लेकिन इमरती को बिना फर्मेंटेशन के बनाया जाता है.
  2. इमरती उरद दाल के आटे, चासनी, और केशर मिलाकर बनाई जाती है.
  3. ये फूल के आकर की होती है.
  4. ये स्वाद में लाजवाब होती है.

जब बात आती है रिकार्ड्स की तो इमरती का नाम लिम्का बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है. मुंबई के रेस्तरां संस्कृति नेइमरती बनाने में गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. इस रेस्तरां ने बारह लोगों की मदद से 3 घंटे 48 मिनट में 9 फीट की बड़ीइमरती बनाई जिसका वजन 37 किलो था. इस रिकॉर्ड को बनाने में खाना बनाने में एक्सपर्ट संजीव कपूर ने भी मदद की थी.

आप अगर इमरती खोजने निकलेंगे, तो आपको काफी तरह की इमरती मिलेगी. पहली सिर्फ इमरती, दूसरी पनीर इमरती और तीसरी रबडी इमरती. इमरती का स्वाद ना चखा तो क्या चखा. अब आप कौन सी इमरती खाना चाहते है ये तो आपको सोचना पड़ेगा.

Imarti ka swaad nhi chakha to kya chakha

Written By
टीम द हिन्दी

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