ग्रहों का होता है जीवन पर गहरा प्रभाव : आचार्य चंद्रशेखर
मोदीनगर। ग्रहों की अनुकूल स्थिति हो तो जीवन में सबकुछ अच्छा होता है और विपरीत हो तो अच्छा भी बुरा हो जाता है। अनेक लोग अवस्था न होने पर भी वाहन पा जाते हैं और अनेक धन होने पर भी बिना वाहन के ही रहते हैं। जिसकी कुंडली में वाहन योग नहीं है, उसे कोई वाहन प्राप्त नहीं हो सकता।
यह ज्योतिषीय गणनफल श्री पीताम्बरा विद्यापीठ सीकरीतीर्थ के अधिष्ठाता और राष्ट्रीय ज्योतिष परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य चंद्रशेखर शास्त्री ने यहां मारुति इंडिया से संबद्ध मोटरक्राफ्ट समूह द्वारा कुंडली में वाहन योग विषय पर आयोजित ज्योतिष सेमिनार को संबोधित करते हुए प्रगट किए। उल्लेखनीय है कि कुंडली में वाहन योग पर यह विश्व में प्हली कार्यशाला है।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए स्थनीय विधायक श्रीमति डॉ. मंजू शिवाच ने कहा कि ज्योतिष एक गूढ़ विज्ञान है, मंत्रों का प्रभाव हमें पूरी तरह से परिवर्तित करने में सक्षम है। उन्होंने वाहन निर्माताओं से ग्राहक को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक और प्रेरित करने के लिए कहा। मुख्य वक्ता ज्योतिर्विद अखिलेश कौशिक ने कहा कि कुंडली में वाहन प्राप्ति के योग तो होते ही हैं, साथ ही वाहन दुर्घटना के योग भी होते हैं। अतः उचित ज्योतिषीय परामर्श से ही वाहन लेना चाहिए। मुख्य अतिथि डॉ. सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि शुक्र चंद्रमा और चतुर्थेश के श्रेष्ठ होने से जातक को उत्तम वाहन की प्राप्ति होती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संत कमल किशोर ने कहा कि ज्योतिष कभी भी गलत नहीं होता, हमारा गणित गलत हो सकता है। कुंडली में वाहन योग से ही पता चलता है कि जातक किस स्तर का वाहन खरीदेगा। मारुति इंडिया से पधारे टेरेटरी हैड विकास जैन, मोटरक्राफ्ट समूह के मुख्य कार्यकारी सेल्स अधिकारी संजय त्यागी और एजीएम मोदीनगर हरीश त्यागी ने कार्यशाला में आए विद्वानों का शॉल और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया। कार्यक्रम में ज्योतिर्विद संदीप वशिष्ठ, मृगांक शर्मा, मुकेश जैन, उपेंद्र उपाध्याय, अशोक नेहरा, जितेंद्र कंसल, गोपाल कौशिक, कंवलनैन वशिष्ठ, संजीव अग्रवाल, रवि कौशिक, भूषण आहूजा, पंकज जोशी, विवेकानंद ढौंडियाल, आचार्य सागर, विपिन डागर, पंकज जैन, अशोक मिश्र, संजय शर्मा सीकरी, देवेंद्र शास्त्री सीकरी आदि लगभग दो सौ ज्योतिष विद्वानों ने भाग लिया।
Greho ka hota hai jivan pr gehra prabhav