बुधवार, 25 दिसंबर 2024
Close
Home-Banner टॉप स्टोरीज हाल फिलहाल

दिल्ली-NCR में बढ़ा AQI..हवा में घुलने लगा जहर

दिल्ली-NCR में बढ़ा AQI..हवा में घुलने लगा जहर
  • PublishedOctober , 2023

Delhis air quality

Air Quality Index: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और इसके सटे इलाकों में हवा लगातार जहरीली होती जा रही है। सोमवार को दिल्ली तथा इसके पास के इलाकों में वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी के साथ 309 के एक्यूआई लेवल को पार कर गई है। दिल्ली समेत आसपास के इलाकों में हवा की गुणवत्ता को देख लोग काफी डरे हुए हैं। दिल्ली के आनंद विहार, हसनपुर डिपो, राष्ट्रीय राजमार्ग 9 के आसपास के इलाकों में जो तस्वीरें सामने आई हैं वह डराने वाली है। यहां धुंध इस कदर है कि कुछ भी साफ साफ दिखाई नहीं दे रहा है। नेहरू पार्क और तीन मूर्ति मार्ग के आसपास पूरी तरह धुंध छाई हुई है।

पिछले 24 घंटों में यानी कि रविवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 313 रहा। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड(सीपीसीबी) के मुताबिक इस स्तर की हवा बेहद खराब श्रेणी में मानी जाती है। इससे पहले शनिवार को यह स्तर 248 के पास था। आंकड़ों के सामान्य विश्लेषण से भी हम जान सकते हैं कि पिछले 24 घंटों के भीतर ही वायु प्रदूषण के इस स्तर में 65 अंकों की बढ़ोतरी हुई है। जो कि दिल्ली वालों के स्वास्थय के लिए सही नहीं है।

प्रदूषित हवा के चलते लोगों को नाक और गले में खराश के साथ आंखों में जलन का भी सामना करना पड़ सकता है। सीपीसीबी से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, रविवार शाम चार बजे हवा में प्रदूषण कण की मात्रा का स्तर पीएम 10 268 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम 2.5 का स्तर 137 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था। हलांकि इस बार गर्मी और मॉनसून के समय में दिल्ली की हवा फिर भी काफी हद तक साफ सुथरी थी। मई के महीने में बेहद खराब वायु सूचकांक की श्रेणी की हवा वाला एक दिन रहा था। इसके बाद यह पहला मौका है जब  एक्यूआई 300 के पार गया है।

तापमान में गिरावट के साथ ही प्रदूषक कण हवा में ज्यादा देर तक रहते हैं। जिस कारण हवा में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है। आपको बताते चलें कि दिल्ली के लोगों को अभी आने वाले दो दिनों में हवा की गुणवत्ता को लेकर कोई भी राहत के आसार नहीं हैं। अगले दो दिनों के बीच मौसम के इसी तरह रहने के आसार हैं। जिसके चलते वायु प्रदूषण का स्तर भी बेहद खराब रहने की आशंका है। जब तक ज्यादा जरूरी ना हो बाहरी वातावरण के संपर्क से बचें। सांस संबंधी रोगी को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।

और पढ़ें-

भारतीय इतिहास का सबसे अमीर आदमी जो अंग्रेजों और मुगलों को भी दिया करता था कर्ज

ढ़ोला-मारू की प्रेम कहानी- सुनी है क्या आपने

समय, घड़ी और भारत….

Written By
टीम द हिन्दी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *