सिर्फ नवरात्रों के व्रत में ही नहीं हर दिन के आहार में शामिल करें साबूदाने को
Benefits of sabudana: किसी भी व्रत में साबूदाना सबसे ज्यादा खाए जाने वाले आहारों में से एक है। साबूदाना व्रत के आहार में एक ऐसी चीज है जिससे आप कई सारी रेसिपीज बना सकते हैं और सारे के सारे काफी सेहतमंद, फायदेमंद और टेस्टी होते हैं, चाहे वह साबूदाने की खिचड़ी हो, टिक्की हो, लड्डू हो या फिर साबूदाने की खीर हो।
नवरात्रों का त्यौहार शुरू ही होने वाला है। नवरात्रों में लाखों लोग मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करते हैं और नौ दिनों का व्रत भी रखते हैं। इन व्रत में बाजारों में साबूदाने की मांग काफी बढ़ जाती है। अगर इस नवरात्री आप भी व्रत रखने की सोच रहे हैं या रखने जा रहे हैं तो साबूदाना आपके व्रत के आहार में एक अहम भूमिका निभा सकता है।
हालांकि साबूदाने को व्रत में खाने की परंपरा रही है लेकिन अगर आप इसका सेवन करते हैं और अगर आप दूबले- पतले हैं तो यह आपको पोषण के स्तर को बरकार रखता है जिससे कि आपका शरीर मजबूत होता है। कहते हैं साबूदाने को अगर आप नियमित रूप से नास्ते में लेते हैं तो आप एक मजबूत शरीर के मालिक हो सकते हैं।
साबूदाना के एक नहीं कई और भी फायदे हैं। साबूदाना आपके पाचन संबंधी समस्याओं को भी ठीक कर सकता है। आजकल की व्यस्त दिनचर्या में पेट से संबंधित समस्याएं आम हो गई हैं ऐसे में साबूदाने का सेवन आपके कब्ज की समस्या को दूर कर पाचन प्रक्रिया को सही करता है।
साबूदाना में ज्यादा मात्रा में कार्ब्स होता है। डॉक्टरों की माने तो साबूदाने को खाने से आप की बीपी की समस्या में भी राहत मिलती है। आप अपने डायट में सुधार कर अपने शरीर को स्वसथ्य रखना चाहते हैं तो साबूदाना आपके लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। यह आपके रक्तचाप को नियंत्रित रखने के साथ-साथ हड्डियों को भी मजबूत बनाने में मदद करता है। इनके दानों में कैल्शियम और मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा होती है जो आपकी हड्डियों को मजबूत बनाता है। अगर आप रोजाना साबूदाने की दूध में बनी खीर खाते हैं तो आपको ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया में भी बचाव और उपचार हो सकता है।